कारक वह शब्द है जिस क्रिया के साथ सीधा संबंध स्थापित हो कारक संज्ञा में सर्वनाम शब्दों की वह अवस्था है जो वाक्य में उसका दी गई क्रिया के साथ संबंध दर्शाती है व्याकरण में संज्ञा व सर्वनाम के विभिन्न रूप होते हैं और उन्हें रूपों में से एक वह रूप है जिसके द्वारा वाक्य में अन्य शब्दों के साथ उनका संबंध प्रकट होता है और वाक्य के इसी रूप को कारक कहते हैं